![१०००८ मंत्रों अभिमंत्रित / enrgised शमी की जड़ / बूटी](https://swatiastroresearchcentre.com/attachments/shop_images/1702965990/WhatsApp_Image_2024-01-18_at_11_02_49.jpeg)
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१०००८ मंत्रों अभिमंत्रित / enrgised शमी की जड़ / बूटी
राशि :- मकर एवं कुम्भ , स्वामी-शनि
शमी पेड़ की लकड़ी को यज्ञ की वेदी के लिए पवित्र माना जाता है. वहीं शमी के पेड़ का संबंध शनि देव से माना जाता है. ज्योतिष के अनुसार, जो लोग नीलम रत्न धारण नहीं कर सकते वो लोग शमी की जड़ हाथ में बांध सकते हैं. जिसका फल भी व्यक्ति को नीलम के बराबर ही प्राप्त होगा और शनि दोष, साढ़ेसाती से कुप्रभाव छुटकारा मिलेगा. शमी को गणेश जी का प्रिय पेड़ माना जाता है. इसलिए भगवान गणेश की आराधना में शमी के पेड़ की पत्तियों को अर्पित किया जाता है
इसे काले कपड़े में बांध लें. शमी के पेड़ की जड़ को शनिवार या शनि नक्षत्र के दिन शाम के समय हाथ मे ताबीज बना कर बांध सकते हैं. इसको बांधने के बाद शनि देव के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: का 108 बार जाप करें और फिर इसे किसी ब्राह्राण से बंधवा लें.